Category: विधाएँ

हमें वोट दो जगवालो…

बच्चे लड़ते आपस में, नेता भिड़ते संसद में बच्चे हिल-मिल फिर गाते, नेता दुश्मन बन जाते नेताओं से तो अच्छे, हम छोटे-छोटे बच्चे कथनी-करनी एक जैसी, अंदर-बाहर से सच्चे हमें वोट दो जगवालो, हम सरकार बनायेंगे! कर न सके अब…

हम सब बच्चे कितने अच्छे!

एक-दूसरे की बेमतलब आज खून की प्यासी दुनिया बम-मिसाइलों की दीवानी हथियारों की दासी दुनिया हम बच्चों से कुछ तो सीखें हिल-मिलकर कैसे रहते हैं कैसे हर मन के आंगन में प्यार और भाई चारे के मंगल दीप सदा जलते…

गुल्ली-डंडा

हमारे अंग्रेज़ी दोस्त मानें या न मानें मैं तो यही कहूंगा कि गुल्ली-डंडा सब खेलों का राजा है. अब भी कभी लड़कों को गुल्ली-डंडा खेलते देखता हूं, तो जी लोट-पोट हो जाता है कि इनके साथ जाकर खेलने लगूं. न…

छोटा जादूगर

कार्निवल के मैदान में बिजली जगमगा रही थी. हंसी और विनोद का कलनाद गूंज रहा था. मैं खड़ा था. उस छोटे फुहारे के पास, जहां एक लड़का चुपचाप शराब पीनेवालों को देख रहा था. उसके गले में फटे कुरते के…

आदमी का बच्चा

दो पहर तक डौली कान्वेंट (अंग्रेज़ी स्कूल) में रहती है. इसके बाद उसका समय प्रायः पाया ‘बिंदी’ के साथ कटता है. मामा दोपहर में लंच के लिए साहब की प्रतीक्षा करती है. साहब जल्दी में रहते हैं. ठीक एक बजकर…