Category: शोध

धान पकेंगे हमारे खेत में  –  विद्यानिवास मिश्र

शब्द–सम्पदा भदई या कुआरी फ़सल तो कट चुकी, अब अगहनी के कटने की बारी है. अगहनी या जड़हन या चहोरा या सैंदी धान बोआ और रोपा दोनों किस्म का होता है. अगहनी धान को ही संस्कृत में शालि और रोपा…

सिर्फ फंतासी नहीं हैं विज्ञानकथाएं

♦  शैलेंद्र चौहान    > उन्नीसवीं सदी के आरम्भ और बीसवीं सदी के पूर्वार्ध के मध्यकाल में दुनिया भर में अनेक विज्ञान-कथाएं लिखी गयीं, जिन्होंने न केवल भविष्य के विज्ञान को परिलक्षित किया बल्कि समाज के वैज्ञानिक विकास को नियोजित…

गेहूं का प्रागितिहास

♦   विश्वप्रकाश      अनादि काल से गेहूं मानव-जाति के बहुत बड़े भाग के भोजन का आधार रहा है. प्रमाण मिलते हैं कि प्रागैतिहासिक युग में भी उबले हुए गेंहू का प्रयोग खाने के लिए होता था. बाद में…

कौन कितना बुद्धिमान

♦  एडवर्ड एडेलसन           चिंपैंजी की बुद्धि-शक्ति पर वैज्ञानिकों को भी कभी संदेह नहीं रहा. जिन लोगों ने घर पर चिंपैंजी पाले हैं, उन्होंने देखा है कि जन्म के बाद दो-एक वर्षों में चिंपैंजी के बच्चे मानव-शिशुओं…

मुगल शहज़ादे की समन्वय-साधना

♦  डॉ. सीताराम सहगल          मुस्लिम शासन-काल में इस देश में कई दार्शनिक, साहित्यिक तथा समाज-सुधारक हुए, जिन्होंने जन-संस्कृति को समझने के लिए प्रत्येक प्रशस्य प्रयास किये. यद्यपि उस काल में साप्रदायिकता का जोर था और धर्म…