नया साल, नया संकल्प
देश भर में फैले ‘नवनीत’ के पाठकों, शुभेच्छुओं को नये साल की ढेर-ढेर शुभकामनाएं.
नया साल दुहरे दायित्व वाला एक मौका होता है, जब हम अपने भीतर झांककर भी देख लेते हैं और आगे की राह पर भी एक नज़र डाल लेते हैं. ज़रूरी है यह दोनों काम. भीतर झांकना अपनी उपलब्धियों के साथ-साथ अपनी कमियों को भी तोलने की प्रक्रिया है और आगे जिस राह पर हमें चलना है, उसे देखना हमारे सपनों के पूरा होने की उम्मीदों का आधार बनता है. पूरा भवन-परिवार इस अवसर पर अपने उद्देश्यों के प्रति निष्ठावान बने रहने का संकल्प करता है.
इस बीच ‘नवनीत’ के नाम में ‘भवन्स’ जुड़ गया है. इस जुड़ने का अर्थ यह भी है कि देश की प्रतिष्ठित पत्रिका नवनीत के माध्यम से भवन के आदर्शों और मूल्यों के प्रति अतिरिक्त ऊर्जा के साथ काम होगा. इस देश की विविधता हमारी ताकत है, ‘भवन’ इस ताकत को और मज़बूत बनाने में विश्वास रखता है. नये साल के इस मौके पर हम सबको विविधता में एकता और धार्मिक-सामाजिक सहिष्णुता के प्रति और ज़्यादा उत्साह के साथ निष्ठा-प्रदर्शन का संकल्प लेना होगा.
एक बार फिर मैं भवन्स नवनीत के पाठकों को नववर्ष की शुभकामनाएं देता हूं.
– एच.एन. दस्तूर
(सचिव)