पद्मा बिनानी फाउंडेशन का बच्चों के साहित्य के लिए प्रतिष्ठित 7वां वात्सल्य पुरस्कार, 2012-2013 बाल साहित्य में मलयालम लेखिका, श्रीमती सुमंगला को सम्मानित किया गया. विश्वनाथ सचदेव, राज पुरोहित (पूर्व मंत्री- महाराष्ट्र) और पद्मा बिनानी इस अवसर पर मौजूद थे. श्रीमती सुमंगला को 1 लाख का चेक तथा शाल और स्मृति चिन्ह के साथ सम्मानित किया गया.
वात्सल्य पुरस्कार के लिए चयन समिति प्रो. ए अरविंदाक्षन, प्रो. थॉमस मैथ्यू और डॉ. पी.वी कृष्ण नायर शामिल थे.
इस अवसर पर पद्मा बिनानी ने कहा कि फाउंडेशन ने श्रीमती सुमंगला के भारतीय परंपरा और चरित्र निर्माण, समाजीकरण और मलयालम भाषा को नैतिक मज़बूत बनाने पर तथा पौराणिक कथाओं पर आधारित बाल साहिय के क्षेत्र में अधिक से अधिक 53 साल के योगदान को पहचानना है.’
चयन समिति के सामने मलयालम भाषा में लगभग 77 प्रविष्टियां प्राप्त हुई थीं. यह पुरस्कार हिंदी, मराठी, गुजराती, तमिल, बंगाली और कोंकणी भाषा में दिया गया है.