।।आ नो भद्राः क्रतवो यन्तु विश्वतः।। ♦ सर्वेश्वरदयाल सक्सेना > नये साल की शुभकामनाएं खेतों की मेड़ों पर कूल भरे पांव को कुहरे में लिपटे उस छोटे-से गांव को नये साल की शुभकामनाएं इस पकती रोटी को, बच्चों के…
।।आ नो भद्राः क्रतवो यन्तु विश्वतः।। ♦ सर्वेश्वरदयाल सक्सेना > नये साल की शुभकामनाएं खेतों की मेड़ों पर कूल भरे पांव को कुहरे में लिपटे उस छोटे-से गांव को नये साल की शुभकामनाएं इस पकती रोटी को, बच्चों के…