⇐ मणिशंकर ⇒ मधुमक्खी अब तक हमें शहद देती थी, मोम देती थी मेहनती बनने का उपदेश देती थी. अब वह हमारा एक और काम किया करेगी, या कहिये उससे जबर्दस्ती कराया जायेगा. बेचारी मधुमक्खी का नन्हा-सा…
⇐ मणिशंकर ⇒ मधुमक्खी अब तक हमें शहद देती थी, मोम देती थी मेहनती बनने का उपदेश देती थी. अब वह हमारा एक और काम किया करेगी, या कहिये उससे जबर्दस्ती कराया जायेगा. बेचारी मधुमक्खी का नन्हा-सा…