शब्द-यात्रा भाषा में आतंक आनंद गहलोत पहली सीढ़ी ओ सूरज! स्वामी संवित् सोमगिरि आवरण-कथा कब अपने कहलायेंगे अपनी बस्ती के बच्चे रमेश थानवी मासूम बचपन पर कुपोषण की मार भुवेंद्र त्यागी बच्चों को छोटे हाथों से चांद -सितारे छूने दो सरोज…
Tag: आवरण कथा
अगस्त 2008
शब्द-यात्रा ‘ऊपर’ और ‘अंतर’ में अंतर आनंद गहलोत पहली सीढ़ी हे प्रभु! रवींद्रनाथ ठाकुर आवरण-कथा आओ, आकाश को ऊंचा करें हमारे आसपास दिखनेवाली ऊंचाइयां सूर्यबाला जंगल की आग बुझानी है… ए.पी.जे. अब्दुल कलाम शब्द ही आकाश को ऊंचा उठाते हैं…
जुलाई 2008
शब्द-यात्रा चतुरन की बात में, बात-बात में बात आनंद गहलोत पहली सीढ़ी तू ही तो मही मां ! हरीश भादानी आवरण-कथा साहित्य का दायित्व विडम्बनाओं, विसंगतियों की आहटों को महसूसना ज़रूरी है चित्रा मुद्गल सतत सजगता का एक नाम है…
जून 2008
शब्द-यात्रा क्या खीर पक रही है ? आनंद गहलोत पहली सीढ़ी अमिय-रस आवरण-कथा पानी बिच मीन पियासी नंद चतुर्वेदी ऐसे चलता था समाज का खेल अनुपम मिश्र देश की जल-कुंडली पानी बचाय के ना रखब्या, तब ना हम लेबै सराध में…
मई 2008
शब्द-यात्रा तपिश दिल की बुझा लेना आनंद गहलोत पहली सीढ़ी चल अकेला रे… रवींद्रनाथ ठाकुर आवरण-कथा आगे बढ़ना है तो चलना ही पड़ेगा डॉ. कन्हैयालाल नंदन सभ्यता में पहिया अनूप सेठी साइकिल-चिंतन विजय कुमार तब जीवन का छंद कविता बनता…