कुलपति उवाच
03 नहीं, तुम निर्बल नहीं हो
के.एम. मुनशी
अध्यक्षीय
04 ताकि आत्मा शांत रहे
सुरेंद्रलाल जी. मेहता
पहली सीढ़ी
11 देवता बनाम आदमी
धारावाहिक उपन्यास
85 योगी अरविंद (तेरहवीं किस्त)
राजेंद्र मोहन भटनागर
व्यंग्य
57 कहिये, कैसे हैं?
गोपाल चतुर्वेदी
शब्दों का स़फर
122 तपेदिक की दिक़्क़त
अजित वडनेरकर
आवरण-कथा
12 ताले खोलने पड़ते हैं
सम्पादकीय
14 स्वतंत्रता को आदत बनाने की ज़रूरत है
प्रियदर्शन
19 स्वतंत्र हुए, स्वाधीन होना है
शिवदयाल
26 मानसिक गुलामी उर्फ़ आशा के कर्त्तव्य
रमेशचंद्र शाह
31 हम भी इंसान हैं, फिर क्यों…
कुमार पार्थसारथी
आलेख
35 `मेरा दम घुट रहा है’
गणेश देवी
48 भारत की ग्रंथ-संस्कृति की परम्परा और वाङ्मय
रमेश दवे
53 मुझे लगा मैं सुगंध से घिर गयी हूं
सुनीता बुद्धिराजा
64 सौम्या की मौत की साजिश किसके इशारे पर रची गयी?
रघुनाथ शरण
72 नमक के बहाने
सूरज प्रकाश
81 गंगा बाबू कौन?
शिवानी
107 खो गया है भीमबेटका का खोजी
राजशेखर व्यास
113 देवदारु
हजारीप्रसाद द्विवेदी
125 महात्मा का इंतज़ार
127 बापू का आशीर्वाद
आर.के. नारायण
138 किताबें
कथा
41 सबक
राजेंद्र श्रीवास्तव
47 माध्यम (लघु-कथा)
बलराम
71 काफ्का की गुड़िया (बोध-कथा)
75 मरने की जगह
तरसेम गुजराल
कविताएं
40 प्रजातंत्र में आज
सर्वेश्वरदयाल सक्सेना
52 मैं आदमी नहीं हूं
मलखान सिंह
62 शाहिद
अनुज लगुन
80 मनुहार
पूनम पांडे
111 प्रतापगढ़ किला : एक स्मरण
दीप्ति कुशवाहा
समाचार
141 भवन समाचार
144 संस्कृति समाचार