कुलपति उवाच
03 डर से उबरना है
के.एम. मुनशी
अध्यक्षीय
04 श्री रामानुज
सुरेंद्रलाल जी. मेहता
पहली सीढ़ी
11 गांधीजी का ताबीज़
मोहनदास करमचंद गांधी
व्यंग्य
96 व्यंग्य किसे कहते हैं
संजीव निगम
शब्द-सम्पदा
138 जीहुजूरिया, यसमैन और जीमैन
अजित वडनेरकर
आवरण-कथा
12 आइए, गांधी को समझें
सम्पादकीय
14 हर आदमी गांधी हो सकता है
नंदकिशोर आचार्य
19 रास्ता वही है जो गांधी ने बताया था…
रघु ठाकुर
27 आम्बेडकर बनाम गांधी नहीं…
राजमोहन गांधी
44 गांधी के देश में
मार्टिन लूथर किंग `जूनियर’
48 सेवाग्राम में सात दिन
लुई फिशर
58 गांधी ने पूछा था…
रामचंद्र गुहा
आलेख
65 न्यू नॉर्मल का मतलब
योगेंद्र कृष्णा
76 महानगर में कविता
विजय कुमार
82 ज्योति का पहला तीर्थ
डॉ. श्रीराम परिहार
87 दीप जलाएं जतन से…
डॉ. राजेश कुमार व्यास
100 ज़िंदगी के रंग
सूरज प्रकाश
106 एशिया की सबसे बड़ी भूमिगत लाइब्रेरी
त्रिलोक दीप
110 जन की विलक्षणतम आकांक्षाओं के जादुई पैरवीकार
जितेंद्र भाटिया
121 जानि शरद ऋतु खंजन आये
शिवचरण चौहान
124 सदियों ने सज़ा पायी
गंगाशरण सिंह
127 विस्थापन
ज्ञानप्रकाश विवेक
136 किताबें
कथा
69 कोहरे से लिपे चेहरे
सूर्यकांत नागर
92 बड़े बाबा
उर्मिला शिरीष
115 दुनिया का सबसे खूबसरत डूबा हुआ आदमी
गैब्रिएल गार्सिया मार्क्वेज़
कविताएं
61 बापू से
रामधारी सिंह दिनकर
91 `विवश-सुख…’
राम जैसवाल
99 दो ग़ज़लें
संजय मासूम
समाचार
140 भवन समाचार
144 संस्कृति समाचार