कुलपति उवाच
03 रहस्यमयी शक्ति
के.एम. मुनशी
अध्यक्षीय
04 बच्चा प्यार और प्रोत्साहन चाहता है
सुरेंद्रलाल जी. मेहता
पहली सीढ़ी
11 चरैवेति
आचार्य महाप्रज्ञ
शब्द-सम्पदा
129 कुलचे की कुलांचें
अजित वडनेरकर
आवरण-कथा
12 बचपन को जीने दो
सम्पादकीय
14 बड़े होने में अब और भी डरने लगे हैं बच्चे
डॉ. दीपक पाचपोर
20 हमारे भीतर का लापता बच्चा
विजय किशोर मानव
24 वे तीनों ही बहुत कम बच्चे रह गये थे
मधु कांकरिया
31 बचपन की खिड़की से……
रुचि भल्ला
40 कितने सुरक्षित हैं हमारे बच्चे
कुमार पार्थसारथी
44 `बच्चों की आंखों के सपने मुझे प्रेरणा देते हैं’
कैलाश सत्यार्थी
48 `चंदा मामा दूर के…’
चित्रा देसाई
आलेख
68 हल्दी-दूब और दधि-अच्छत
विद्यानिवास मिश्र
74 अंधकार के आलोक में परिवर्तन का पर्व
नर्मदा प्रसाद उपाध्याय
78 कौड़ी री कौड़ी तेरे रूप कितने
नताशा अरोड़ा
84 मानवीय संघर्ष के प्रतीक पुरस्कार
के. पाम राव
88 बच्चों और बड़ों की मारक दुनिया!
जितेंद्र भाटिया
94 मुंबई : अंतर्यात्राएं
अनूप सेठी
131 स्वाद इलाहाबादी अमरूद का
133 जीते जी इलाहाबाद
ममता कालिया
138 किताबें
कथा
54 पाजेब
जैनेंद्र कुमार
66 काकी
सियारामशरण गुप्त
90 सीख
एतगार केरेत
99 तीर्थ
रामस्वरूप अणखी
108 प्रेम गली अति सांकरी (लम्बी-कहानी)
जसविंदर शर्मा
कविताएं
51 दो कविताएं
यज्ञ शर्मा
52 चार कविताएं
नरेश सक्सेना
समाचार
140 भवन समाचार
144 संस्कृति समाचार