जुलाई 2011

July 2011 Cover fnlएक बार फिर विज्ञान और ईश्वर आमने-सामने हैं. एक ओर वैज्ञानिक ईश्वर-तत्त्व की खोज में लगे हैं, तो दूसरी ओर भगवान को इनसान की कल्पना मानने वाले वैज्ञानिक भी हैं. सवाल उठता है कि सच क्या है?

पर सवाल यह भी उठता है कि इस संदर्भ में किसी सच को तलाशने की आवश्यकता भी है अथवा नहीं? यदि किसी दैवी सत्ता में आस्था जीवन को अपेक्षाकृत सहज बनाती है तो उसे नकारने की आवश्यकता क्या है? यदि न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हादसे से उबरने में आस्था मददगार हो सकती है तो उसे संदेह की दृष्टि से क्यों देखें? क्यों न मान लें कि कहीं कुछ है, जो जीवन को जन्म देता है, संगति देता है?

बहरहाल, इस बहस के बावजूद किसी दैवी सत्ता के अस्तित्व ने मनुष्य के सोच को लगातार प्रभावित किया है. विज्ञान आज इस अस्तित्व की खोज में लगा है. कोई आवश्यक नहीं कि कोई निश्चित उत्तर मिल ही जाए. सर्वज्ञाता नहीं है विज्ञान. पर सबकुछ समझने की आकांक्षा का भी तो कुछ अर्थ होता है. दैवी सत्ता के संदर्भ में विज्ञान ऐसी ही आकांक्षा को साकार कर रहा है. ‘ईश्वर क्या है’ को धर्म ने अपने तरीके से समझाया है, पर शायद पर्याप्त नहीं है यह समझ.

शब्द-यात्रा

पत्थर का नामकरण
आनंद गहलोत

पहली सीढ़ी

असली बात है होना
विद्यानिवास मिश्र

आवरण-कथा

अभी ईश्वर विज्ञान की दूरबीनों की पकड़ में तो नहीं आया…
डॉ. रमेशदत्त शर्मा
विज्ञान से परे कुछ और भी है
जे. कृष्णमूर्ति, डेविड बोम
‘दिक्-काल अनंत और असीम है’
डॉ. अनुराग शर्मा
ईश्वर की खोज सबसे बड़ी उपलब्धि और सबसे बड़ी चुनौती है
डॉ. रफीक ज़करिया
इनसान ने क्रियेटर को बनाया है
प्रो. यशपाल
…में सबसे अधिक विश्वास करते हैं भारतीय
गीता  
ईश्वरों की लड़ाई
यज्ञ शर्मा

मेरी पहली कहानी

त्रिशंकु
सूर्यकांत नागर

आलेख

बची हुई विश्वसनीय आवाज़ है कविता
राजेश जोशी
…ताकि उन्हें भी दुनिया खूबसूरत लगे
कमलेश्वर
संझा-बात
नारायण दत्त
प्रेममय ईश्वर स्वयं ही अपना प्रमाण है
विवेकानंद
नम आंखों से सुनी थी आइ.आइ.टी. के छात्रों ने वह कहानी
मालती जोशी
त्रिपुरा का राज्य पुष्प – नागकेशर
डॉ. परशुराम शुक्ल
पूतना का अंतर्द्वंद्व
देवेश सिंगी
कभी तो उड़ पायेगा मनुष्य
डॉ. शशि गोयल
दक्षिण की मीरा
डॉ. पी. जयरामन
किताबें

व्यंग्य

कथा मुहल्ले के नल की
राजेंद्र निशेश

उपन्यास अंश

कंथा (चौदहवीं किस्त)
श्याम बिहारी श्यामल

कविताएं

दो कविताएं
श्याम विमल
आकाशबेल
अजित कुमार
बारिश
सूर्यभानु गुप्त

कहानियां

रूहे-हयात
प्रेमचंद
बारिश में भीगते
शचींद्र उपाध्याय

समाचार

भवन समाचार
संस्कृति समाचार