फ़रवरी, 2008

शब्द-यात्रा

घड़ी-घड़ी मेरा दिल धड़के
आनंद गहलोत

पहली सीढ़ी 

सौंदर्य की आत्मा की ओर
साधु वासवाणी

मेरी पहली कहानी

छुटकारा
ममता कालिया

आवरण-कथा

वैज्ञानिक सोच के पक्ष में

…ताकि विज्ञान की चेतना का फल मिले
पंडित जवाहरलाल नेहरू
हां, हम कर सकते हैं
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
हमें पराभूत मानसिकता से उबरना होगा
डॉ. मुरली मनोहर जोशी
कब समझेंगे हम वैज्ञानिक शिक्षा के अर्थ और महत्त्व को ?
प्रो. यशपाल जोशी
हाशिये के इंसान की शिखर-विजय का दीवास्वप्न
प्र. न. जोशी

आलेख

अंतर है भाषा के प्रयोग और इस्तेमाल में
प्रभाकर श्रोत्रिय
मणिकर्ण
जया जादवानी
जब मैं आखिरी बार अब्बा से मिली थी
बेनज़ीर भुट्टो
युग-चेतना है विज्ञान
जवाहरलाल नेहरू
पूर्णता की यात्रा
स्वामी प्रणव चैतन्यपुरी
हम ‘मतछुओवादी’ हैं
डॉ. दुर्गादत्त पाण्डेय
वैज्ञानिक खोजें
बिहार का राज्य पशु – गौर
डॉ. परशुराम शुक्ल
मैं चला जाऊंगा दिखाकर ठेंगा
डॉ. कैलाश नारद
कैसे पिया की अटारी चढ़ो जाय}
गिर्राज प्रसाद
किताबें
विज्ञान के शलाका पुरुष
क्या हम इंसान ही अक्लमंद हैं?
डॉ. डी. बालसुब्रमण्यन

व्यंग्य

नेताओं की बस्ती
राजेंद्र पाण्डेय

कहानियां

मनचाही संतान
अरविंद मिश्र
आवाज़
शरत् जी. नेणबूर
अनुभूतियां
डॉ. राजीव रंजन उपाध्याय
हिमयुग की वापसी
जयंत विष्णु नारलीकर
एक मानवीय क्षति
रमेशचंद्र शाह

कविताएं

अपने घर में अपना होना
डॉ. तारादत्त ‘निर्विरोध’
विद्रोही अभंग
विंदा करंदीकर

समाचार

संस्कृति समाचार
भवन के समाचार