Tag: सच्चा साहित्यकार विजय कुमार तमन्ना थी कि समुंदर किनारे की रेत में पड़ी रहूं… ज्योत्सना मिलन चीज़ों को वहां से देखो जहां तुम्हारे पांव हों काशीनाथ सिंह जम्मू-कश्मीर का राज्यवृक्ष ः चिनार डॉ. परशुराम

जुलाई 2014

विश्व-युद्ध के शताब्दी वर्ष में युद्ध के बारे में चिंतन का अभिप्राय मनुष्य के भीतर की उस पशुता को पराजित करने के बारे में जागरूक होने का प्रयास करना है, जो युद्धों का कारण बनती है. दुनिया दो विश्व-युद्ध झेल…