जुलाई 2014 विश्व-युद्ध के शताब्दी वर्ष में युद्ध के बारे में चिंतन का अभिप्राय मनुष्य के भीतर की उस पशुता को पराजित करने के बारे में जागरूक होने का प्रयास करना है, जो युद्धों का कारण बनती है. दुनिया दो विश्व-युद्ध झेल… Read more →