Tag: आत्महत्या

कोई लौटा दे मेरे बीते हुए दिन… क्यों?

♦  यज्ञ शर्मा >    बचपन कई तरह का होता है. एक बचपन वह होता है जिसमें बच्चे खेलते-कूदते हैं. हंसते हैं, खिलखिलाते हैं, मचलते हैं, रूठते हैं. दूसरा बचपन वह होता है जो बुढ़ापा खराब होने पर याद आता है. जो…

जनवरी 2012

स्वर्गीय श्रीगोपाल नेवटिया ने जनवरी 1952 में हिंदी का यह डाइजेस्ट देश को समर्पित किया था. उन्होंने पत्रिका के पहले सम्पादकीय में लिखा था- “नवनीत ज्ञान-विज्ञान और उनके सत्साहित्य की चुनी हुई जलधाराओं के अंशों को अपने घट में भरेगा……