♦ सुरेंद्र बांसल > परमाणु ऊर्जा के कबाड़ को लेकर एक डर सारे विश्व में पसरता जा रहा है. अब तो विश्व की महाशक्ति का डर भी सामने आ गया है. अमेरिका ने अब तक जितना परमाणु कबाड़, कचरा इकट्ठा…
Category: आवरण कथा
हे भगवान प्लास्टिक!
♦ सुसान फ्रिंकेल > कोई नब्बे बरस पहले हमारी दुनिया में प्लास्टिक नाम की कोई चीज़ नहीं थी. आज शहर में, गांव में, आसपास, दूर-दूर जहां भी देखो प्लास्टिक ही प्लास्टिक अटा पड़ा है. गरीब, अमीर, अगड़ी-पिछड़ी पूरी…
अवैज्ञानिकता का बढ़ता हुआ कचरा
♦ प्रियदर्शन > अंग्रेज़ी के महत्त्वपूर्ण लेखक थॉमस ब्राउन ने करीब 500 साल पुरानी अपनी प्रसिद्ध कृति ‘रिलीजियो मेडिसी’ में तर्क और आस्था के बीच का द्वंद्व बड़े दिलचस्प ढंग से रेखांकित किया है और दोनों के बीच…
सरहदों को लांघतीं बाल कहानियां
♦ भुवेंद्र त्यागी > एक राजा था, एक रानी थी, उनके चार राजकुमार थे… सुंदरवन में भोलू भालू, नटखट बंदर, चालाक लोमड़ी और बघेरा बाघ रहते थे… एक बार गर्मी की दोपहर एक कौवे को ज़ोर से प्यास…
यदि आपका बालक आपसे कहे…
♦ गिजूभाई > मान लीजिए कि आपका बालक आपसे कहे कि पिताजी, मैं यहां लिख रहा हूं. ज़ोर-ज़ोर से बातें करके आप मेरे लिखने में रुकावट मत डालिए. मान लीजिए कि आपका बालक आपसे कहे कि आप बड़े-बड़े…