Category: पत्र

‘मेरा यह आभार संभाल कर रखें’ – अमृता प्रीतम के नाम बिज्जी का पत्र

सारे समयों का सच गगन – अमृताजी, आपको क्या लगता है, हमारी पंजाबी कहानी को, हर चीज़ का अंश होने के बाद कौन-सी बात बिल्कुल साधारण बना देती है? खासकर जब हम उसे भारतीय कहानी के सामने रखकर देखते हैं,…

‘लेखक दूर से ही जानने की ‘वस्तु’ है!’

(मन्नू भण्डारी का पत्र सुधा अरोड़ा के नाम) दिल्ली – 7 29-3-68 प्रिय सुधा, बड़े आत्मीय और उन्मुक्त भाव से लिखा तुम्हारा पत्र मिला. बहुत ही खुशी हुई. मैं उत्तर जल्दी ही देना चाह रही थी. पर कुछ तो कॉलेज…

स्पष्टवादिता के नाम पर दो-एक बातें मैं भी कहूं…

(केदारनाथ अग्रवाल के नाम अज्ञेय का पत्र) मेरा पता- पोस्ट बाक्स 864 नयी दिल्ली 25.3.53 प्रिय केदार जी, आपका 10.02.53 का पत्र मिला था. उस समय काफी व्यस्त होने के कारण केवल आवश्यक कार्यवाही करके रह गया, पत्र की इतर…

‘मेरा राम बिल्कुल गैबी नहीं हैं’

(उपेंद्रनाथ अश्क को अमृतलाल नागर का पत्र) चौक, लखनऊ- 31-6-73 अश्क भाई, पिछले डेढ़ माह से जितनी जल्दी-जल्दी हाई-ब्लड प्रेशर का शिकार हुआ, उस तरह यदि कुछ और पहले से होता तो सीना तानकर कहता कि दोषी मैं नहीं, मेरी…

‘अब सारे कर्त्तव्य से आज़ादी चाहता हूं’

(मुक्तिबोध का पत्र नेमिचंद जैन के नाम) सरस्वती प्रेस, बनारस कैन्ट 26-10-45 प्रिय नेमि बाबू, आपका पत्र नहीं. समय का अभाव नित्य से अधिक ही होगा. पर, याद आपकी आती रहती है. आजकल धूप बहुत अच्छी खिलती है और मन…