सावित्री की कथा मैंने सबसे पहले अपनी मातामही से सुनी थी; संयोगवश उनका अपना नाम भी था- सावित्री देवी! उस समय मेरी उम्र वही रही होगी जिसमें बच्चे दादी-नानी से कहानियां सुनते-सुनते सो जाते हैं. ऊंघती आंखों के सामने…
Category: उपन्यास अंश
स्नोबाल की खुराफातें
♦ जॉर्ज ऑरवेल > कडाके की सर्दियां पड़ीं. तूफानी मौसम अपने साथ ओले और हिमपात लेकर आया. उसके बाद जो कड़ा पाला पड़ा, वह फरवरी तक बना रहा. पशु पवनचक्की को फिर से बनाने में अपनी तरफ से जी जान…
आधे रास्ते (पांचवीं क़िस्त)
हम नासिक से लौटे और पिताजी की बदली धंधूके हुई. वहां किसी के ऊपर रिश्वत लेने का आरोप था. इसलिए, उसकी जांच-पड़ताल के लिए उनकी नियुक्ति हुई और मां, बहनें तथा मैं भड़ौंच रहे. इस समय एक छोटा-सा पिल्ला मेरा…
पाप से परे
♦ गेरहार्ट हाउटमन ( गेरहार्ट हाउटमन् (1962-1946) आधुनिक जर्मन साहित्य के दिग्गजों में थे. 1912 में वे अपने नाटकों के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित हुए; परंतु मूलतः वे कवि थे. और कवित्वगुण उनके गद्य में भी भरपूर…