Category: आत्मकथांश

हेलन की आत्मकथा

  हेलन की आत्मकथा (धारावाहिक  –  4  भागों में ) सुधीर निगम इतिहास में बस एक संक्षिप्त-सा उल्लेख मिलता है कि एक संधि के तहत सेल्यूकस की पुत्री का विवाह चंद्रगुप्त मौर्य से हुआ था. यही वह छोटा-सा आधार है कि जिस…

हेलन की आत्मकथा (भाग – 1)

  मेरा जीवन बड़ी विचित्रताओं से भरा है. इसीलिए इस कथा में ‘रस’ मिल सकता है. संयोग देखिए – मेरे पिता यूनानी, मां ईरानी और पति हिंदुस्तानी हैं. मुझे संतान-सुख नहीं मिला यानी मेरी अपनी संतति नहीं है. अतः मेरी…

सीधी चढ़ान (पंद्रहवीं क़िस्त)

अपनी दूसरी भूमिका में मैं किसी समय अनुभव की हुई मनोदशा को सम्भाले रखकर, उसके सहारे पात्र और वस्तु की रचना करने का प्रयत्न करता था. इस प्रकार का पहला उपन्यास था ‘पाटन का प्रभुत्व’ और दूसरा उससे भी बड़ा…

सीधी चढ़ान (चौदहवीं क़िस्त)

1915 में जब मैं गांधीजी से पहली बार मिला था, तब से फिर उनसे मिलने का अवसर नहीं प्राप्त हुआ था. 1915 की 25 मई को उन्होंने साबरमती पर सत्याग्रहाश्रम स्थापित किया. सत्याग्रह की पुकार से 1915 में वीरमगांव का…

सीधी चढ़ान (तेरहवी क़िस्त)

इतिहासकार और उपन्यास-लेखक जिस प्रकार मनुष्य का पृथक्करण करते हैं, उसी प्रकार इस समय मैं भी अपना पृथक्करण कर रहा हूं. वह वस्तु लोभ से हुई और यह देश-भक्ति से. वास्तव में जब यह कृत्य मनुष्य करता है, तब उसमें…