Category: पिछले अंक

अप्रैल 2019

कुलपति उवाच  03     राष्ट्रीय स्वाभिमान        के.एम. मुनशी अध्यक्षीय 05     हीरा या धूल        सुरेंद्रलाल जी. मेहता पहली सीढ़ी 11     प्रार्थना        धर्मवीर भारती   आवरण-कथा 12     बलिदान के सौ साल        सम्पादकीय 14     ब्रिटिश राज के अंत का निर्णायक दिन…

मई 2017

कुलपति उवाच  03    भावना का प्रथम सोपान       के.एम. मुनशी अध्यक्षीय 04    हर मिनट में होते हैं साठ सेकेंड       सुरेंद्रलाल जी. मेहता पहली सीढ़ी 11    त्राण       रवींद्रनाथ ठाकुर आवरण-कथा 12    मानुष की जात       सम्पादकीय 14    क्या `मानुष…

जुलाई 2018

कुलपति उवाच  रूढ़ियों के कार्य के.एम. मुनशी अध्यक्षीय क्या पाने के प्रयास में लगा रहता है मनुष्य? सुरेंद्रलाल जी. मेहता पहली सीढ़ी खुदा खामोश है निदा फाज़ली   आवरण-कथा इसलिए साहित्य सम्पादकीय साहित्य के सरोकार अशोक वाजपेयी … या तुम समय…

दिसंबर 16

कुलपति उवाच स्वाध्याय का अर्थ के.एम. मुनशी अध्यक्षीय हमारी अपराजेय, अदृश्य शक्ति सुरेंद्रलाल जी. मेहता पहली सीढ़ी शब्द और सत्य अज्ञेय आवरण-कथा सत्यम्, शिवम्, सुंदरम् सम्पादकीय सोने का ढक्कन और सत्य की धर्म-दृष्टि रमेशचंद्र शाह कल्याणकारी चेतना-शक्ति का नाम है…

नवम्बर 2016

कुलपति उवाच कर्मयोग का मार्ग के.एम. मुनशी अध्यक्षीय रुको, विचारो और फिर आगे बढ़ो सुरेंद्रलाल जी. मेहता पहली सीढ़ी मधुर-मधुर मेरे दीपक जल! महादेवी वर्मा आवरण-कथा अंधेरे को मत कोसो… सम्पादकीय आत्मलोक को उद्भासित करने का समय कैलाशचंद्र पंत ज़रा…