मार्च  2022

कुलपति उवाच 

03   मुझे अपना गीत गाने दो

     के.एम. मुनशी

अध्यक्षीय

04   शक्ति की आराधना

पहली सीढ़ी

11   एक फूल का जन्म

     अतानास वांगेलोव(यूनानी कवि)

आवरण-कथा

12   भीतर आग जलाये रखना

     सम्पादकीय

14   मैं लड़ सकती हूं 

     सुदर्शना द्विवेदी

19   लड़कियों की तनी हुई मुट्ठियां देखें 

     सुधा अरोड़ा

24   कारवां हमारा है, कदम कदम बढ़ाना है  

     मधु कांकरिया

29   अस्मिता का संघर्ष जारी है

     मीनाक्षी जोशी  

33   मैं सरहद पर खड़ी दीवार नहीं…

     निवेदिता मेनन

39   एक लड़ाई ाढांतिज्योति सावित्री की!

     संजय भारद्वाज

43   स्त्राr की जीत चाहिए

     संतोष श्रीवास्तव

व्यंग्य

112  सांड रह्यो पगुराय 

     शशिकांत सिंह `शशि‘ 

शब्द-सम्पदा

136  किसके `उर’ में?

     अजित वडनेरकर

आलेख 

51   भारतीयता और बहुलता

     रघु ठाकुर

60   दिशाओं के बहाने  

     योगेंद्र कृष्णा 

63   पत्थर बोलते हैं

     योगिंदर के. अलघ

72   प्रणाम!

     ओमा द अक

79   शब्दांजलि

81   ज़ुबां खामोश है लेकिन नज़र कहती है अफसाना… 

     विश्वनाथ गोकर्ण

86   `आओ हम अर्थ की तलाश करें’

     बालस्वरूप राही

93   भैया के सारे…

     गोपालप्रसाद व्यास

94   बार्सिलोना का पिकासो संग्रहालय

     अशोक भौमिक

107  अकबर इलाहाबादी जीत गये!

     हेमंत शर्मा

123  स्त्राr का साहसिक समय और उसका रचना संसार

     जितेंद्र भाटिया

कथा

66   बादाम 

     रंजना जायसवाल

116  भगोड़ा 

     स्टीफन ज़ीविग

127  क्या तुम मूसा सलमान को जानते हो?

     खदीजा मरोआज़ी

138  किताबें

कविताएं

49   नयी सदी की औरत 

     अनुपम मोंगिया  

50   अरे अभागे! प्रेम करके तो देख!

     सरला माहेश्वरी

106  ख़तरा है

     सौम्य मालवीय

समाचार

140  भवन समाचार

144  संस्कृति समाचार

आवरण चित्र

एम.एफ. हुसैन

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