कुलपति उवाच
03 शिक्षा का दायित्व
के.एम. मुनशी
अध्यक्षीय
04 दुनिया जिसमें हम रहते हैं
सुरेंद्रलाल जी. मेहता
पहली सीढ़ी
11 बुनाई का गीत
केदारनाथ सिंह
आवरण-कथा
12 `मिटी धुंध जग चानण होया’
सम्पादकीय
14 नानक हर युग को चाहिए
विजय किशोर मानव
20 बे-गमपुरा बनाइए
बलबीर माधोपुरी
22 एक ओंकार सतनाम
ओशो
32 नानक-वाणी
60 हैं सबसे मधुर फिर भी…
सुनीता देशपांडे
68 पु.ल. देशपांडे, आप अपने आपको समझते क्या हैं?
पु.ल. देशपांडे
76 ज़िंदगी भी आ मिली हमारे साथ
इमरोज़
83 नौ फूलों की व्यथा
अमृता प्रीतम
87 कुछ प्रश्न शाश्वत होते हैं
डॉ. कुसुम अंसल
101 `जीवन सबसे बड़ी पुस्तक है’
अजित कुमार
103 जैसा कि मेरा इंगित हस्ताक्षर करता है…
डॉ. हरिवंश राय बच्चन
126 भित्ति में प्राण
नर्मदा प्रसाद उपाध्याय
130 इस देश में हर दसवां आदमी लेखक है!
जयप्रकाश मानस
134 फूल नहीं, पौधा
प्रयाग शुक्ल
136 किताबें
व्यंग्य
96 यक्ष प्रश्न
जसविंदर शर्मा
धारावाहिक उपन्यास
104 योगी अरविंद (चौथी किस्त)
राजेंद्र मोहन भटनागर
शब्द-सम्पदा
138 कुएं का बच्चा यानी चहबच्चा
अजित वडनेरकर
आलेख
47 गांधी की मृत्यु
नेमेथ लास्लो
56 मायावादी भाष्यकार
तर्कतीर्थ लक्ष्मणशास्त्री जोशी
कथा
35 बेबे को बता देना
विमला मल्होत्रा
122 श्रवणकुमार का बाप
प्रकाश गुप्ते
कविताएं
81 तीन कविताएं
अमृता प्रीतम
120 सबसे खतरनाक
पाश
समाचार
140 वार्षिक काउंसिल बैठक में अध्यक्ष का प्रतिवेदन
144 संस्कृति समाचार