दिसम्बर 2009

Dec - 09

 

 

 

 

 

 

 

शब्द-यात्रा

मनु, मनुष्य, मैन, आदम और आदमी
आनंद गहलोत

पहली सीढ़ी 

ओ तपः पार
नरेश मेहता 

आवरण-कथा

कहीं बाज़ी हार न जायें
नंद चतुर्वेदी
अधिकार तो कर्तव्य पूरा करने का साधन है
न्यायमूर्ति चंद्रशेखर धर्माधिकारी
संविधान मूल कर्तव्यों की बात भी  करता है
नगीनदास संघवी
गांधी ने सुझाया था मानव-अधिकारों की प्राप्ति का मार्ग
प्रो. ज. स्व. माथुर

मेरी पहली कहानी

गुनहगारों के बीच
मृदुला बिहारी

आलेख

अंग्रेज़ी को देवी और मैकाले को  पिता समझने का मतलब
डॉ. विवेक कुमार सिंह
भारतीय धर्म का आधार
अज्ञेय
क्योंकि कोई… अपनी राह  पर अग्रसर है
डॉ. धर्मवीर भारती
हिंद स्वराज के उद्भव की कहानी
प्रो. श्रीराम मेहरोत्रा
पुरुषों को गेहूं, महिलाओं को  मंडुए की रोटी!
योगेश चंद्र बहुगुणा
ग्रामीण पर्यटन और बाज़ार61
नंद भारद्वाज
जापान का पुतली रंगमंच ‘बुनराकु’
रीतारानी पालीवाल
कान्हा के सन्नाटे का सम्मोहन
निर्मल वर्मा
मणिपुर और मिजोरम का राज्यपक्षी – श्रीमती ह्यूम फीज़ैंट
डॉ. परशुराम शुक्ल
ओस-बिंदु में पूरा ब्रह्माण्ड
सत्यजित रे
क्या गौरैया बच पायेगी
आर.जे. रंजीत डेनियल्स
एक पुस्तक की याद में
मस्तराम कपूर
एक यज्ञ-उत्सव का आमंत्रण
किताबें

व्यंग्य

चुनावी समर
प्रियदर्शी खैरा

धारावाहिक-उपन्यास (भाग-3)

अनुकथा
सुधा

कहानियां

राष्ट्र का सेवक (बोधकथा)
प्रेमचंद
फ़व्वारावाला पार्क
धर्मेंद्र गुप्त
कथा जो गौतमी ने कही
मास्ति वेंकटेश अय्यंगार
सत्य और न्याय की शक्ति (लोक कथा)
डॉ. जयश्री पुरवार

कविताएं

थैंक्यू माय पेन
वेद राही
दो कविताएं
सविता प्रथमेश मिश्र
जीन
रजनीकांत पांडेय ‘व्याकुल’

समाचार

संस्कृति – समाचार
भवन के समाचार