कुलपति उवाच
03 सत्व, रजस और तमस
के.एम. मुनशी
अध्यक्षीय
04 योग
सुरेंद्रलाल जी. मेहता
पहली सीढ़ी
11 प्रदूषण
गोविंदचंद्र पाण्डे
आवरण-कथा
12 तितली को कब देखा था आखिरी बार?
सम्पादकीय
15 आइए, प्रकृति से दोस्ती करें
सुरेश ऋतुपर्ण
21 प्रकृति के घर में आदमी
ध्रुव शुक्ल
25 पंख, पंखुड़ियां, तितलियां, वृक्ष…
प्रयाग शुक्ल
29 प्रकृति के भावी आतंक की चुनौती
डॉ. नताशा अरोड़ा
35 पृथ्वी गरम हो रही है
राजकुमार कुम्भज
40 हे धरती मां!
राजीव कटारा
नोबेल कथा
51 एक भावी पिता
सॉल बैलो
धारावाहिक उपन्यास – 2
100 मैं जोहिला
प्रतिभू बनर्जी
व्यंग्य
112 एक सांझ मरघट के नाम!
महेश चंद्र शर्मा
शब्द-सम्पदा
136 `आना जी बादल ज़रूर‘
विद्यानिवास मिश्र
आलेख
41 कुछ लाख रसोइये चाहिए
सोपान जोशी
63 बाज बटेर एक लड़ाऊं!
कुबेरनाथ राय
71 संगीत के माध्यम से परम तत्व से जुड़ने वाली प्रखर तपस्विनी
होमी दस्तूर
77 टेसू (पलाश)
मारुति चितमपल्ली
89 कला पश्मीने की …खुद को तपाना पड़ता है’
निर्मला डोसी
95 शिक्षा व्यवस्था की चिंताजनक सच्चाई
डॉ. माधव चव्हाण
109 मेघदूत `नाचत मोरा‘
संतन कुमार पांडेय
123 फूलों ने सृष्टि बदली
लारेन इजली
138 किताबें
कथा
83 शोर
इंतिज़ार हुसैन
127 वृक्ष प्रतीक्षा में है…
देवेंद्रकुमार मिश्रा
134 भयावह जंगल
प्रभाकर श्रोत्रिय
कविताएं
28 चंद्रभागा में सूर्योदय
प्रयाग शुक्ल
70 तीन कविताएं
वेद राही
82 उठ मेरी बेटी….
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
117 फूल झरे
बुद्धिनाथ मिश्र
समाचार
140 भवन समाचार
144 संस्कृति समाचार