अक्टूबर 2013

कुलपति उवाच

सर्वोत्तम यज्ञ
के. एम. मुनशी

शब्द-यात्रा

गैर को अपना बनाना
आनंद गहलोत

पहली सीढ़ी

विहंग अरे!
रवींद्रनाथ ठाकुर

आवरण-कथा

सम्पादकीय
सूर्यास्त से पहले रोशनी की उम्मीद
विजय किशोर मानव
वृद्ध जीवन की उत्तरगाथा
डॉ. शिवनारायण
कोशिश सुहानी सांझ की
डॉ. उषा मंत्री
यों बितायें बुढ़ापा
बर्ट्रेंड रसेल
कोई इस बूढ़े ययाति की मदद करे
पांडेय बेचन शर्मा ‘उग्र’
जिन्हें भविष्य की चिंता है…
पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी
डायरी का एक पन्ना
सूर्यबाला
डूबते सूरज की आराधना
गोपाल चतुर्वेदी
बुढ़ापे पर बूढ़ी बहस
अक्षय जैन

मेरी पहली कहानी

अपर्णा
संजीव

महाभारत जारी है

पहली नरबलि
प्रभाकर श्रोत्रिय

धारावाहिक आत्मकथा

आधे रास्ते (नौवीं किस्त)
कनैयालाल माणिकलाल मुनशी

आलेख

गांधी का खून बनाम गांधी के विचार
अनुपम मिश्र
‘गीतांजलि’ को मिले नोबेल पुरस्कार की अंतर्कथा
माइकल कॉलिन्स
गोवा का राज्यवृक्ष- साज
डॉ. परशुराम शुक्ल
जब सुभाष ने गांधी जयंती मनायी
मोह से मोक्ष तक
डॉ. नरेश
दर्रों की घाटी लद्दाख
संतोष श्रीवास्तव
गणित का साहित्यकार 
किताबें

कहानी

कस्बे का आदमी
कमलेश्वर
वो तेरा घर, ये मेरा घर
मालती जोशी
मां का निर्माण
लाजपतराय सभरवाल

कविता

गांधी जयंती
हरींद्र दवे
प्रेम  
राजकुमार ‘कुंभज’
राग केदारा
डॉ. बुद्धिनाथ मिश्र

समाचार

भवन समाचार
संस्कृति समाचार