सत्य का गणित ♦ ब्रह्मदेव किसी ने सच ही कहा है, अंत में, सत्य की ही जीत होती है. अंत में जब न हम रहेंगे न तुम रहोगे न कोई और रहेगा यानी तब शून्य होगा किसी दार्शनिक ने ही कहा था- ‘शून्य सत्य है,’ अब पता लगा- सत्य शून्य है! (मार्च 1971)