जुलाई 2017

कुलपति उवाच 

03   आत्मसाक्षात्कार की घड़ी

     के.एम. मुनशी

अध्यक्षीय

04   शैव सिद्धांत -1

     सुरेंद्रलाल जी. मेहता

पहली सीढ़ी

11   इसलिए कविता

     सीताकांत महापात्र

आवरण-कथा

12   चुनौती अंत्योदय की

     सम्पादकीय

14   आगे-पीछे नहीं, साथ-साथ       चलने का वक्त

     ललित सुरजन

19   अंत्योदय और अंतिम आदमी

     रमेश दवे

23   …तब होगा अंत्योदय

     सच्चिदानंद जोशी

29   अंत्योदय की साधना

     आचार्य विनोबा भावे

नोबेल कथा

40   नन्हा संगीतकार

     हेनरिक सेंकेविच

आलेख 

49   `मीडिया का काम ईमानदारी  से सवाल पूछना है’

     प्रणब मुखर्जी

55   सम्भावनाओं को बचाकर रखिए

     रवीश कुमार

61   दु:ख सभी को मांजता है!

     राजशेखर व्यास

77   `कामाख्या’ की खींच

     रमेशचंद्र शाह

87   नींबोरा नींबोरा नींबोरा…

     मारुति चितमपल्ली

90   मां, ओ, मां!

     योगेशचंद्र बहुगुणा

98   नाद को हेरते हुए

     रमेश थानवी

125  मोटेराम ने प्रेमचंद को अदालत पहुंचाया

     मदन गोपाल

130  जिन्होंने है तुम्हें देखा

     शशिकांत सिंह `शशि’

व्यंग्य

83   पचास लाख का पुरस्कार

     रमेश जोशी

धारावाहिक उपन्यास भाग – 3

101  मैं जोहिला

     प्रतिभू बनर्जी

कथा

69   पर मैं देखूंगा कि वासुदेव का  प्रयास व्यर्थ न जाये

     निरंजना नागपाल

119  झुर्रियों की पीड़ा

     कृष्णा अग्निहोत्री

कविताएं

68   बारिश के दोहे

     यश मालवीय

113  प्यास क्यों बार-बार बढ़ती है?

     ज़हीर कुरेशी

129  मेघ

     नवारुण भट्टाचार्य

शब्द-सम्पदा

135  सात फेरों का बंधन

     विद्यानिवास मिश्र

138  किताबें

समाचार

140  भवन समाचार

144  संस्कृति समाचार

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