कुलपति उवाच
03 राष्ट्रीयता
के.एम. मुनशी
संदेश
04 सुरेंद्रलाल जी. मेहता
05 होमी दस्तूर
पहली सीढ़ी
11 आओ फिर नज़्म कहें
गुलज़ार
आवरण-कथा
12 नयी सदी में साहित्य
सम्पादकीय
14 मनुष्य का विश्वसनीय सहचर है…
अशोक वाजपेयी
19 `तारों को आंखों से ओझल मत होने दो’
जितेंद्र भाटिया
24 इक्कीसवीं सदी की साहित्यिक चुनौतियां
नंदकिशोर आचार्य
27 जन सरोकारों का आईना ही मशाल…
सुधा अरोड़ा
आलेख
32 बदलते हुए समाज की बदलती…
रमेश उपाध्याय
101 पूरे होशो-हवास वाली कविता का सच
विजय कुमार
128 उपन्यास का देश-समाज
विनोद तिवारी
155 संवादहीनता और संवेदनहीनता के …
प्रेम जनमेजय
197 नयी सृजनात्मक दिशाओं की खोज में
सुरेंद्रलाल जी मेहता
194 किताबें
धारावाहिक उपन्यास – 12
174 शरणम्
नरेंद्र कोहली
कथा
44 पूस की रात
प्रेमचंद
50 पूस की एक और रात
लक्ष्मी शर्मा
59 पूस की एक और…
गंगा सहाय मीणा
64 फंदा
बसंत त्रिपाठी
82 सरोगेट कंट्री
सीमा आज़ाद
कविताएं
108 हमारा समाज
वीरेन डंगवाल
110 किसान और आत्महत्या
हरीशचंद्र पांडेय
112 बीमार
अनूप सेठी
114 बैलगाड़ी
भगवत रावत
115 एक जले हुए…
कुंवर नारायण
117 जब तक मैं एक…
राजेश जोशी
119 संधि-पत्र
अरुण कमल
121 उलटबांसी
यतींद्र मिश्र
122 क्षण-क्षण की छैनी से
हरीश भादानी
124 बर्फ
अनिल जोशी
126 ाtढरता
कुमार अंबुज
उपन्यास-अंश
134 रेहन पर रग्घू
काशीनाथ सिंह
141 कटा हुआ चांद था कि आधा सूर्य
अखिलेश
150 मुन्नी मोबाइल
प्रदीप सौरभ
व्यंग्य
162 भवष्यि में चांद के इतिहास पर…
शरद जोशी
166 इक्कीसवीं सदी की बाल भारती
ज्ञान चतुर्वेदी
172 राष्ट्र के नाम संदेश
यज्ञ शर्मा
शब्द-सम्पदा
192 काल-पा
विद्यानिवास मिश्र
समाचार
204 भवन समाचार
208 संस्कृति समाचार