Tag: मित्र से युद्ध प्रभाकर श्रोत्रिय धारावाहिक आत्मकथा आधे रास्ते (दूसरी किस्त) कनैयालाल माणिकलाल मुनशी व्यंग्य खबर के पीछे की खबर प्रदीप पंत आलेख साहित्य और प्रगति स.ही. वात्स्यायन जैसे मोजिज़ का हाथ छू

अप्रैल 2013

मात्र 39 वर्ष की छोटी-सी आयु में स्वामीजी विश्व को जो दृष्टि दे गये वह मनुष्य को समझने-समझाने की दृष्टि थी. धर्म की उनकी व्याख्या में जहां एक ओर मनुष्यता के नये शिखरों को छूने की बात थी, वहीं धर्म…