महान लेखक से लेख न प्राप्त होने पर ऐसा नहीं है कि सिर्फ सम्पादक ही लेखकों को तरसाते रहते हैं. सम्पादक भी बड़े बेचारे होते हैं. तरसते रहते हैं अच्छी रचनाओं के लिए. चिरौरी भी करते हैं लेखकों की. फिर…
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अक्टूबर 2008
शब्द-यात्रा पंडित, मुल्ला और पादरी आनंद गहलोत पहली सीढ़ी आगामी कल मेरा है कार्ल सैंडबर्ग आवरण-कथा सम्पादकीय …लेकिन प्रकाश अस्त न हो रमेश दवे जब मिलेगी रोशनी, मुझसे मिलेगी कन्हैयालाल नंदन आत्मा की मातृभाषा परिचय दास मेरी पहली कहानी दहशत…
जून 2012
कहते हैं कि ‘गंगा’ शब्द का एक अर्थ ‘नदी’ भी होता है. मतलब यह कि सारी नदियां गंगा हैं – जीवनदायनी हैं, जीवन-रक्षक हैं. जब हम गंगा को बचाने की बात करते हैं तो वस्तुतः हम सब नदियों को बचाकर…