⇐ पैट्रिक सूर ⇒ पिछले तीन वर्षों में खगोलज्ञों की दृष्टि से कई नाटकीय बातें हुई हैं. सबसे प्रमुख है, आदमी का चांद पर पहुंचना और वहां से पत्थरों के नमूने लाना. लेकिन वैज्ञानिक दृष्टि से इससे भी…
Category: विज्ञान
मौत के पीछे पागल
⇐ डॉ. प्रकाश चंद्र दीक्षित ⇒ बात है चूहों से मिलते-जुलते, छोटे-से जीव लेमिंग की. उनके एक बहुत बड़े समूह ने 1969 की शरद ऋतु में फिनलैंड के लैप्लैंड इलाके से अपनी यात्रा शुरू की है. लक्ष्य है, उत्तरी…
मधुमक्खी की नयी नौकरी
⇐ मणिशंकर ⇒ मधुमक्खी अब तक हमें शहद देती थी, मोम देती थी मेहनती बनने का उपदेश देती थी. अब वह हमारा एक और काम किया करेगी, या कहिये उससे जबर्दस्ती कराया जायेगा. बेचारी मधुमक्खी का नन्हा-सा…
बचकर कहां जायेगा चोर?
⇐ सुरजीत ⇒ कुछ वर्ष पहले. कैलिफोर्निया का एक छोटा-सा नगर . रात गए एक जौहरी अपनी दुकान बंद कर रहा था कि एक ग्राहक उसकी दुकान में आया. उसे एक मंगनी की अंगूठी चाहिये थी और वह भी…
जर्मन विज्ञानः पतन और पुनरुत्थान
एक समय था, जब जर्मनी वैज्ञानिकों का मक्का या मदीना था. विज्ञान की दुनिया में आज जो स्थिति अमरीका की है, वही स्थिति आज से तीस साल पहले जर्मनी की थी. जर्मनी ने संसार को आइन्स्टाइन, प्लैंक, रोंटजेन, ओट्टो हान,…