♦ डॉ. मुंशीराम शर्मा इस समय महाभारत-काव्य का जितना विस्तार है, उतना उसके मूल निमार्ण के समय नहीं था, इस तथ्य से आजकल के सभी विद्वान सहमत हैं. ऐसी अवस्था में यह मान लेना असंगत न…
Category: शोध
तिब्बत में हमारे खोजियों के पराक्रम
♦ नरगिस दलाल ‘किसी भी मुगल, हिंदुस्तानी, पठान या फिरंगी को तिब्बत में न आने दिया जाये’ -चीनी सम्राट की आज्ञा थी. सजा थी- मौत. सन 1861 से 1864 के बीच कश्मीर से और लद्दाख…
खुफिया अफसर का बयान
♦ चंद्रमाधव बाब मलिका विक्टोरिया की मृत्यु के बाद ही एक अंग्रेज़ नौजवान भारतीय पुलिस में भर्ती हुआ और सन 1945 तक इस देश में काम करता रहा. जैसा उन दिनों कायदा था, अंग्रेज़…
सबसे अधिक बिक्री वाला उपन्यास
♦ सुखबीर द्वारा प्रस्तुत 12 फरवरी, 1963. न्यूयार्क की जैकलीन सूसन नामक टेलिविजन अभिनेत्री ने टाइपराइटर पर कागज चढ़ाया और अपने दोनों हाथों की तीन उंगलियों से टाइप करती हुई वह एक उपन्यास लिखने लगी. उस…
रूस के राजनीतिक पागलखाने
♦ हरिशंकर दुरुस्त दिमाग के आदमी को विक्षिप्त, कहकर पागलखाने में बद कर दिये जाने की कथाएं हम सबने बहुधा पढ़ीं और फिल्मों में देखी हैं. आलोचकों का कहना है कि रूस में ऐसी वारदातें…