Category: व्यक्तित्व

हमारी अंतर्राष्ट्रीयता उनकी विरासत है

 ♦    सुनील कुमार नाग      भारत के नवजागरण के जनक राजा-राममोहन राय पलाशी की लड़ाई के पंद्रह साल बाद 1772 में जनमें थे. इस प्रकार, नये भारत का अरुणोदय देश के पूरी तरह विदेशियों द्वारा जीत लिये जाने…

कार्टूनिस्ट की स्वीकारोक्ति

    ♦    आर.के.लक्ष्मण        दुनिया में हंसने-हंसाने को बहुत कुछ है- शीतयुद्ध, बड़े राष्ट्रों की तू-तू-मैं-मैं और विश्वविनाश के नाभिकीय षड्यंत्रों के बावजूद हंसने-हंसाने को बहुत कुछ है. और आम आदमी की दुनिया के शोरगुल के बीच…

किस्सा तब का है, जब दलाई लामा भारत आये

♦  कुलदीप नायर         दलाई लामा के तिब्बत से पलायन तथा भारत आगमन की कहानी गत बारह वर्षों में अनेक बार कही गयी है. लेकिन इस कहानी के पीछे कहानी- अर्थात इस घटना का संवाद भेजने वाले पत्रकारों…

आर्यभट

♦  डॉ. एम.टी. सहस्रबुद्धे             भारतीय ज्योतिषशास्त्र के महापंडितों में आर्यभट का नाम बहुत प्रसिद्ध है. वस्तुतः आर्यभट नाम के दो ज्योतिषशास्त्राr हो चुके हैं. किंतु विशेष प्रसिद्ध प्रथम आर्यभट ही हैं, और उनके ग्रंथ का…

तीर्थयात्रा

♦    अनंत गोपाल शेवडे             ‘अकेला सशस्त्र व्यक्ति एक समूह के खिलाफ प्रतिकार नहीं कर सकता और न अकेली एक सेना असंख्य फौजों का मुकाबला कर सकती है. लेकिन दुनिया-भर के तमाम साम्राज्यों की समस्त सेनाएं…