Category: धारावाहिक

नयी दिशाएं नये आयाम

♦  केजिता          लोग बच्चों से बचने लगे हैं, बचना चाहते हैं. बड़ी गहराई से निरोध के नये-नये तरीकों पर खोज-कार्य जारी है. ‘पिल्स’ की चर्चा हम इस स्तंभ में पहले कर चुके हैं. अब एक सर्वथा…

आधे रास्ते (धारावाहिक आत्मकथा)

समाज-सुधार करने की मेरी लगन छोटी-मोटी प्रवृत्तियों में कुछ-न-कुछ कार्य करती रही. मैंने शिखा छोड़ दी और दूसरों से छुड़वाई. मैंने ‘पीताम्बर’ पहनना छोड़ दिया और अपने मित्रों को भी धोती पहनकर खाना सिखाया. अनेकों में मुक्त-कंठ से नाटक के…