< फिनलैंड की कथाशिल्पी इवा-लिज व्युरियो की कलम से > मुझे लगा था कि फोरमेंटरा का बूढ़ा विन्सेंट संसार का सबसे खुशमिज़ाज व्यक्ति है और शायद सबसे गरीब भी. मुर्दे की तरह पीला उसका रंग, कूबड़ निकला…
Category: कहानी
रातगाड़ी
< पास्तोव्स्की की रूसी कथा का सुखबीर द्वारा अनुवाद > वेनिस के उस छोटे-से, गंदे, खस्ता हालत होटल में जब हानस क्रिश्चियन एंडर्सन रहने के लिए आया, तो उसने मेज पर पड़ी दावात में थोड़ी-सी स्याही देखी और एक…
अंधी मां का बेटा
♦ रामस्वरूप अणखी हर रोज की तरह आज भी शाम को लड़के-लड़कियां चौपाल में खेलने जुटे. कोई ताश खेल रहा था. कोइ रोड़े और कोई पीचो-बकरी. दीपा पीचो-बकरी खेल रहा था. उसके साथ दो लड़कियां और…
रोशनियां और रात
♦ सुखबीर यह सातवां या आठवां स्केच है, जो मैं अभी-अभी बनाकर हटा हूं. पर वह बात, जो मैं कहना चाहता हूं, इसमें कही नहीं जा सकी है. रेखाएं हैं, कोण हैं, गोलाइयां हैं, और प्रभाववादी ढंग से…
नीरव गीत
♦ पॉल गैलिको कुरूप तन एवं उजले मन वाले कलाकार, अबोध ग्रामबाला और हिम-प्रदेश के पक्षी के सुकुमार सम्बंधों की काव्यमयी कथा, द्वितीय विश्वयुद्ध की पृष्ठभूमि पर. ग्रेट मार्श याना बड़ा दलदल एसेक्स के…