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सरोज त्रिपाठी – नवनीत हिंदी http://www.navneethindi.com समय... साहित्य... संस्कृति... Tue, 24 Feb 2015 09:50:57 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.8 http://www.navneethindi.com/wp-content/uploads/2022/05/cropped-navneet-logo1-32x32.png सरोज त्रिपाठी – नवनीत हिंदी http://www.navneethindi.com 32 32 अगस्त 2014 http://www.navneethindi.com/?p=1366 http://www.navneethindi.com/?p=1366#comments Tue, 24 Feb 2015 09:45:21 +0000 http://www.navneethindi.com/?p=1366 Read more →

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August COVERभारत का एक भूगोल है को भारत एक भूगोल है भी कहा जा सकता है और इसी तरह कहा यह भी जा सकता है कि भारत एक इतिहास है. पर भारत को परिभाषित करने की यह बात यहीं खत्म नहीं होती. भारत एक वर्तमान भी है, एक भविष्य भी है. एक वास्तविकता भी है, एक विचार भी है. भारत रघुवीर सहाय का वह ‘हरचरना’ भी है जो फटा सुथन्ना पहने राष्ट्रगीत के भारत भाग्य विधाता के गुन गाता है और भारत निराला का वह ‘भिखारी’ भी है जो लकुटिया टेक कर चलता है और जिसके पेट-पीठ मिलकर एक हो गये हैं. भारत वह बुढ़िया भी है जो इलाहाबाद के पथ पर पत्थर तोड़ती है और भारत प्रसाद का वह ‘मधुमय देश’ भी है जहां पहुंचकर अनजान क्षितिज को एक सहारा मिलता है और जिसे प्रथम किरणों का उपहार देकर ऊषा ने अभिवंदित किया. आज के भारत की एक सच्चाई यह भी है कि हमने धर्म, जाति, भाषा, क्षेत्रीयता सबको बंटने-बांटने का माध्यम बना दिया है. ऐसे में, जरूरी हो गया है कि हम एक ओर तो उस सांस्कृतिक विरासत को समझने की कोशिश करें, जो हमारी है और दूसरी ओर उस भविष्य को संवारने का संकल्प लें जो तभी हो सकता है जब हम यह समझ लें कि यह काम भी हम सबका साझा है. हम आगे बढ़ते रहेंगे, यह तय है, लेकिन तय यह भी है कि आगे बढ़ने की दिशा हमें स्वयं खोजनी होगी. लक्ष्यों को भी हमें खुद ही निर्धारित करना होगा.

कुलपति उवाच

भारत की नयी भावना
के.एम. मुनशी

शब्द यात्रा

ना यानी नहीं
आनंद गहलोत

पहली सीढ़ी

स़फर बाकी है
जावेद अख्तर

आवरण-कथा

सम्पादकीय
इसलिए एक विचार है भारत
रमेश दवे
मेरा भारत वह नहीं है जो कल उसे होना चाहिए
विष्णु नागर
आत्म की आत्मीयता का विस्तार है भारत
कृष्णदत्त पालीवाल
उस भारत को बचाना है
सरोज त्रिपाठी
भारत क्या है?
मार्कण्डेय काट्जू
राष्ट्र का स्वरूप
वासुदेवशरण अग्रवाल
हम सबके भीतर एक भारत है
गॉय सोर्मन
भारत का विचार
जवाहरलाल नेहरू
वहां सेक्यूलरिज़्म की आत्मा…
विनोद बिहारी लाल

नोबेल कथा

शरीफजादे
अनातोले फ्रांस

व्यंग्य

दाढ़ी और देश
गोपाल चतुर्वेदी

धारावाहिक आत्मकथा

सीधी चढ़ान (उन्नीसवीं किस्त)
कनैयालाल माणिकलाल मुनशी

आलेख

आइनाख़ाने में
ख़्वाजा अहमद अब्बास
केरल का राज्यवृक्ष – नारियल
डॉ. परशुराम शुक्ल
‘उम्मीद नहीं छोड़ती कविताएं’
यतीन्द्र मिश्र
सफर अंधेरी रात का
बल्लभ डोभाल
विराट को पुकारती साक्षात सरस्वती
गिरिजा देवी
‘करेंगे या मरेंगे’
बद्रीनाराण तिवारी
क्या नाम था उस शख्स का…
राजशेखर व्यास
साइमन गो बैक
अमृतलाल नागर
किताबें

कहानियां

छोटी बात बड़ी बात
गुरपाल सिंह लिट्ट
इच्छा और यथार्थ (बोधकथा)
सुधीर निगम

कविताएं

दो ग़ज़लें
उदयप्रताप सिंह
पांच कविताएं
केदारनाथ सिंह
ग़ज़ल
नामवर
कुछ तो पता चले\
अक्षय जैन
सूनी मन-चौपालें
हरीश निगम

समाचार

भवन समाचार
संस्कृति समाचार 

 

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