कुलपति उवाच
03 भीड़ की मानसिकता
के.एम. मुनशी
अध्यक्षीय
04 विचार और भावनाएं
सुरेंद्रलाल जी. मेहता
पहली सीढ़ी
11 क्षण भर रुको तो, उसको जगा लें
अज्ञेय
आवरण-कथा
12 मनुष्यता का तकाज़ा
सम्पादकीय
14 हम भारत के लोग
रामशरण जोशी
21 आंबेडकर को याद करें हम
प्रियदर्शन
30 प्रजातंत्र की शर्तें
जवाहरलाल नेहरू
26 भविष्य हमें देख रहा है
बी.आर. आंबेडकर
40 वैचारिक मतभेद के बावजूद
गणेश मंत्री
48 सौ साल से बोलता मूकनायक
गंगाधर ढोबले
धारावाहिक उपन्यास
104 योगी अरविंद (नौवीं किस्त)
राजेंद्र मोहन भटनागर
व्यंग्य
91 मेरी डिजिटल दुनिया
धर्मपाल महेंद्र जैन
शब्द-सम्पदा
138 आखिर क्या है ये `सौहार्द’
अजित वडनेरकर
आलेख
53 मनुष्य की पहचान मनुष्यत्व में ही है…
नंदकिशोर आचार्य
66 इंद्रधनुषी चट्टानें और भूत का पेड़
अरुणेंद्र नाथ वर्मा
71 मोड़ दो पथ
नर्मदा प्रसाद उपाध्याय
74 एक सपना जो अधूरा रहा
रमेश थानवी
84 रंगमंच अतीत का
योगेशचंद्र बहुगुणा
94 ताड़-पत्रों पर निखरी कला
निर्मला डोसी
120 क्योंकि कांटों को मुरझाने का ख़ौफ नहीं होता
डॉ. गरिमा संजय दुबे
126 बड़े दिलवाला `सरदार’
129 विपत्ति के पाले विवेक को ऊंचे पायदान पर चढ़ा दिया
ऱफ़ीक ज़करिया
136 किताबें
कथा
60 कागज़ की कश्ती
सुबोध मिश्र
79 मुझे जाने दीजिए
शिवनारायण
101 पराजित कालिदास (लघु-कथा)
124 वह पेड़
ऋत्विक घटक
कविताएं
65 रात हमारी बात न माने
डॉ. बुद्धिनाथ मिश्र
102 दो गज़लें
ज़हीर कुरेशी
समाचार
140 भवन समाचार
144 संस्कृति समाचार