अप्रैल 2011

 April 2011 Cover fnl

 

 

 

 

 

 

शब्द-यात्रा

सूत्रों की खबर
आनंद गहलोत

पहली सीढ़ी

आओ, सौ बरस जियें
हरीश भादानी

आवरण-कथा

वह स्वर जो कभी व्यतीत नहीं होता
सुनीता बुद्धिराजा
…यूं लगता जैसे धरती और आकाश गूंज रहे हों
सुरिंदर सिंह सचदेव
आत्मा के कल्पतरु का संगीत
यतींद्र मिश्र
मुलायम आवाज़ का भीमसेन
पु. ल. देशपांडे
संगीत ध्वनि और स्वर की लीला है
विश्वनाथ त्रिपाठी
वे संगीत जीते थे
लता मंगेशकर
मेरे दो तानपूरे ही मेरे राज्यसभा, लोकसभा हैं
डॉ. सुनील केशव देवधर

मेरी पहली कहानी

नाम – अज्ञात
राकेश कुमार सिंह

आलेख

निर्मल वर्मा की मानसिक बुनावट
विवेक कुमार सिंह
पहाड़ों में भी सांप की आंख जैसा सम्मोहन होता है.
निर्मल वर्मा
हमन हैं इश्क…
हकु शाह
राम के रुदन का अर्थ
डॉ. दुर्गादत्त पाण्डेय
इसी राह पर कभी राम चले थे
अमृतलाल वेगड़
उन्हें विचार दो, उन्हें संस्कृति दो
विवेकानंद
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड का राज्यपुष्प – ब्रह्मकमल
डॉ. परशुराम शुक्ल
खालिस सोने से तोले जाने लायक फ़ैज़
आसिफ नूरानी
मीडिया साधन है, साध्य नहीं
नारायण दत्त
मैं किस तरह लिखती हूं
गेब्रिएला मित्राल
गालिब और हमारा समय
परमानंद श्रीवास्तव
किताबें

व्यंग्य

ईश्वर में विश्वास
विष्णु नागर

उपन्यास अंश

कंथा (ग्यारहवीं किस्त)
श्याम बिहारी श्यामल

कहानियां

आतंकवादी
डॉ. अजय सोडानी
अपने घड़े का पानी
रामस्वरूप अणखी

कविताएं

पंडित भीमसेन जोशी
वेद राही
दो कविताएं
शरद रंजन
चार कविताएं
सुनीता जैन
तीन कविताएं
स्वरांगी साने
आदमी
डॉ. तारादत्त ‘निर्विरोध’
चार क्षणिकाएं
चंद्र प्रकाश पाण्डे

समाचार

भवन-समाचार