अक्टूबर  2015

Cover - Oct. 15

 

 

 

 

 

 

 

 

 

कुलपति उवाच

आसुरी उद्विग्नता

के.एम. मुनशी

अध्यक्षीय

जीवन का अमृत है योग

सुरेंद्रलाल जी. मेहता

पहली सीढ़ी

वैष्णव जन तो तेने कहिए

नरसी मेहता

आवरण-कथा

इसलिए गांधी

सम्पादकीय

आज गांधी की ज़रूरत क्यों है?

हरिवंश

जीने का रास्ता यहीं से खुलता है

प्रियदर्शन

इसीलिए रहेगी गांधी की ज़रूरत

गिरिराज किशोर

नयी सभ्यता का बीज हैं गांधी

रमेश ओझा

गांधी का लक्ष्य

धर्मपाल अकेला

खोये रंगों की वापसी का तप

रमेशचंद्र शाह

इस तरह भी समझा जाये गांधी को

विनोद शाही

गांधी एक विचार-पुंज हैं

रघु ठाकुर

नोबेल कथा

हाइडलबर्ग ज़्यादा ही जाते हो

हेनरिक ब्योल

व्यंग्य

देश गांधी-मार्ग पर चल रहा है

शरद जोशी

निजहितोपदेश

शशिकांत सिंह ‘शशि’

शब्द-सम्पदा

चरखवा चालू रहे

विद्यानिवास मिश्र

आलेख

सर्जना का हर गीत,

परती तोड़ने का गीत है

अज्ञेय

सौंदर्य की स्मृतियां और स्मृतियों का सौंदर्य

प्रयाग शुक्ल

तांत्रिक लामा की खोज

बल्लभ डोभाल

सबको सन्मति दे भगवान

ज्योति पुनवानी

अचूक तीरंदाज़

सुकृता कुमार

सम्पूर्ण पाप के विरुद्ध

निर्मल वर्मा

गांधीजी की सर्वश्रेष्ठ सलाह

विजयालक्ष्मी पंडित

‘शक्ति-पूजन’ की एक परम्परा यह भी

योगेशचंद्र शर्मा

सत्पुरुष की सुगंध

ओशो

किताबें

कथा

चट्टान में भी फूल खिल सकते हैं (आत्मकथांश)

इस्मत चुगताई

सूरत का कहवाघर

लियो टॉल्सटॉय

कविताएं

सफर से पहले

सूर्यभानु गुप्त

जब वे मारने आये मुझे….

कविता महाजन

पंचधातु

सर्वेश्वरदयाल सक्सेना

समाचार

भवन समाचार

संस्कृति समाचार

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